Farmers Protest: शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव

Farmers Protest: शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव

Farmers Protest: ‘शंभू बॉर्डर’ पर आज सुबह 10 बजे से हालात काफी गर्म रहे। सैकड़ों किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं, जबकि पुलिस पूरी तैयारी के साथ स्थिति को काबू करने में जुटी है। 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पुलिस की सुरक्षा घेरा और आंसू गैस के गोले इस मार्च का अगला पड़ाव बन गए।

Farmers Protest
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आंसू गैस के गोले और किसानों का गुस्सा

किसानों और पुलिस के बीच पहले बातचीत की कोशिश की गई। लेकिन जब किसानों ने अपनी बात पर अड़े रहने की ठानी, तो पुलिस ने हल्के बल प्रयोग के तहत आंसू गैस के गोले दागे। एक किसान ने नाराजगी जताते हुए कहा, “हम खेती करते हैं, हमे आंसू नहीं, पानी चाहिए।”

इस झड़प में कुछ किसान घायल हुए, लेकिन उनकी हिम्मत कम नहीं हुई। घायल किसान ने कहा, “घायल हो सकता हूं, लेकिन हारने वाला नहीं। दिल्ली अभी दूर है।”

फूलों की बारिश का दिलचस्प मोड़ Farmers Protest

आश्चर्यजनक रूप से, दोपहर बाद पुलिस ने किसानों के जत्थे पर फूल बरसाए। यह मोड़ इतना अप्रत्याशित था कि किसानों के गुस्से और जनता के बीच हल्की मुस्कान देखने को मिली। एक किसान ने मजाक में कहा, “पहले आंसू गैस, फिर गुलाब. लगता है पुलिस भी हमें शेर समझती है।”

किसानों ने स्थगित किया दिल्ली मार्च

इन सबके बीच, किसान नेताओं ने दिल्ली मार्च स्थगित करने का ऐलान किया। किसान नेता ने कहा, “हम कल अपनी अगली रणनीति पर चर्चा करेंगे। लड़ाई खत्म नहीं हुई है, बस आज का दिन रोका गया है।”

किसानों की मांग और सरकार की चुप्पी

किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी और अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं आया है।

शंभू बॉर्डर पर माहौल

फिलहाल शंभू बॉर्डर पर स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। पुलिस और किसान दोनों ही अपने-अपने मोर्चे पर डटे हुए हैं। किसानों का कहना है कि वे अपने हक के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। एक किसान ने कहा, “हमारी लड़ाई सिर्फ जमीन की नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों की है।”

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